About bhoot wala kahani

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छोड़ दे मुझे माफ़ करदे "। मैं हात जोड़कर रोते हुवे उसे कहता रहा और हल्के से उस अनदेखी ताकत ने मेरे शरीर से अपने को हतालिया और फिरसे शरीर हल्का होगया।

मैं हँसने लगा कि यह तो झूठी कहानी है। अगर वो लड़का लौटा ही नहीं तो लोगों को किसने बताया कि वह आवाज़ उसके पिता की थी।

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बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।

एक दिन भूतों के गुरुजी सभी भूतों से मिलने पीपल के पेड़ पर आते है। सभी भूतों को दुबला पतला देखकर उनसे कारण पूछते है। 

गाँव का एक युवक, राजू, ने निर्विवाद रूप से इस रहस्यमयी घर की तलाश करने का निर्णय लिया। एक रात, वह अपने दोस्त सुरेश के साथ उस रहस्यमयी घर की ओर बढ़ा।

Most effective horror story in hindi for youths: गौरब हिमालय के पास के छोटे से गांव में रहता था। उसके गांव के आसपास घने जंगल थे और एक छोटी सि नदी भी पास थी। रात को जंगलों में घूमने वाली आत्माओं और भूतों की कहानियों को सुनते-सुनते गौरब बड़ा हुआ था।

" भूतों में अलग अलग प्रकार के भूत होतें हैं उनमें मल खाने की एक प्रकार का भूत भी है"

सभी भूत कहते है - एक पहलवान है। उसकी हुजूरी करने और उसके घर राशन पहुंचाने में ही हमारा सारा समय बीत जाता है। जिसके कारण हम इतने दुबले हो गए है। भूतों के गुरु जी को यह बात बहुत बुरी लगी। और उन्हें क्रोध आया तब भूतों के गुरु ने पहलवान से बदला लेने की ठानी।

आज इस लेख में हम पढ़ेंगे बच्चों के लिए उपयुक्त भूतों की कहानियां जिसमे आपको बहुत मजा आएगा। यह भूत की कहानी डरावनी नहीं बल्कि साहस से भरी है। 

दोनों ने अपनी रूचि से सौंदर्य बढ़ाते हुए रात के अंधेरे में घर की ओर बढ़ते हुए अपनी बातचीत की। घर की छत पर बैठे एक आदमी ने उनको देखा और मुस्कराते हुए कहा, “तुम लोग क्या ढूंढ़ रहे हो?”

तो वो कोन था जो मेरा साथ कल रात को check here था? मैं ऐसा सोचा और सब की तरफ देखने लगा।

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राजू और सुरेश ने उस आदमी से मिलकर बातचीत की और उन्हें समझाया कि वे लोग किसी को तंग नहीं करते बल्कि उनका यहाँ रहना एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण जीवन है। राजू और सुरेश ने उस आदमी से दोस्ती की और उसके साथ हंसी-मजाक में वक्त बिताया।

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